मंगलवार, 1 दिसंबर 2015

उस्ताद साबिर खान का निधन

सारंगी की आत्मा का चले जाना
सारंगी सम्राट उस्ताद साबिर खान अब हमारे बीच नहीं रहे. उस्ताद साबिर खान का निधन सारंगी जगत के लिए सारंगी की आत्मा चले जाने जैसा है. उन्होंने ही सारंगी को सौ रंग अर्थात सौ रंगो के  मधुर धुन वाला कहकर परभाषित क्या था. अपने उम्र के आखरी पड़ाव तक सारंगी की विरासत को संजोये रखना ही उनकी सारंगी की धुन थी, जो हर किसी को उनका मुरीद कर देती है.
                                                             उस्ताद साबिर खान को सत सत नमन/ भावभीनी श्रद्धांजलि/ अल्लाह हाफिज...


किशन कारीगर
(पत्रकार/कवि )
दिल्ली